बता दें कि, चार दिन पहले जम्मू-कश्मीर के तंगधार क्षेत्र में पाकिस्तानी आतंकवादियों ने भारतीय सीमा में घुसने का प्रयास किया था। दूसरी तरफ से जब गोलीबारी आरंभ हुई तो सीमा पर तैनात गोरखा राइफल्स के जवानों ने मोर्चा संभाल लिया और आतंकवादियों का डटकर मुकाबला करते हुए आतंकियों को खदेड़ दिया। लेकिन, इसी बीच गोलीबारी में भारतीय सेना के दो जवान शहीद हो गए थे। इनमें से एक 3/1 जीआर के लांस नायक अश कुमार गुरुंग थे। बुधवार को उनका शव हेलीकॉप्टर से सुबाथू लाया गया था और नेपाल से उनके परिजनों के आने की प्रतीक्षा की जा रही थी। शुक्रवार को परिजनों के सुबाथू पहुंचने के बाद शहीद का अंतिम संस्कार किया गया।
इससे पहले शहीद के शव को तिरंगे में लपेट कर श्मशानघाट तक पहुंचाया गया। इस मौके पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कर्नल धनी राम शांडिल ने शहीद के शव पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। 14 गोरखा प्रशिक्षण केंद्र के कार्यवाहक कमांडेंट कर्नल एचपी सिंह सहित समस्त सैन्यअधिकारियों व जवानों ने शहीद को सलामी दी।
Shaheed Ash Kumar Gurung |
Via eenaduindia